सुकमा जिले में भालू के साथ क्रूरता करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, तोड़ा था मुंह और पंजा

जगदलपुर. भालू से क्रूरता के इंटरनेट मीडिया में प्रसारित वीडियो के आधार पर वन विभाग ने चार दिन के भीतर सुकमा जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र के डब्बामरका पंचायत के आश्रित गांव पुट्टपाइ से आरोपित वंडो भीमा पिता पाण्डू व चंडो देवा पिता देवा को गिरफ्तार कर लिया है.
वन विभाग के अनुसार, 11 अप्रैल को प्रसारित वीडियो की सूचना मिलने के बाद से वनमंत्री केदार कश्यप ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक को इस पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. वन विभाग ने इस मामले में बिलासपुर न्यायालय में जनहित याचिका भी दाखिल की है.
हैवानियत से भरा था वीडियो
मुख्य वन संरक्षक रमेश चंद्र दुग्गा ने बताया कि वन मंत्री के निर्देश अनुसार, प्रकरण की त्वरित जांच कमेटी गठित कर आरोपितों की खोबबीन शुरु की गई. वीडियो देखने के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि यह सुकमा वन क्षेत्र के किसी गांव का है. वीडियो में कुछ ग्रामीणों को भालू को पकड़कर उसके मुंह और पंजे तोड़ते, सिर पर वार करते और उसे मारते हुए दिखाया गया था. देखते ही देखते इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था और शासन-प्रशासन आरोपियों की गिरफ्तारी करने के लिए मुस्तैद हो गया था.
गांवों और वनक्षेत्र में की गई पतासाजी
इसके बाद वन विभाग के रेंजर, परिसर रक्षकों के साथ सुरक्षा बल की भी सहायता से क्षेत्र के गांवों और वनक्षेत्रों में पतासाजी की गई. आवसीय स्कूलों, पोर्टा केबिनों में अध्ययनरत छात्रों, शिक्षक व पढऩे-वाले छात्रों से भी पता किया गया.
विभिन्न स्थलों और स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर किस्टाराम क्षेत्र में यह घटना संभावित पाया गया. संबंधित गांव पुट्टपाई के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने से सुरक्षा बलों की सहायता से रविवार को गांव पहुंचे, तो दोनों आरोपित गांव में नहीं मिले. इसके बाद सीमावर्ती राज्य तेलंगाना से पुलिस, वन व सुरक्षा बलों की सहायता से भी आरोपितों को ढूंढने का प्रयास किया गया. सोमवार को दोबारा से उनके गांव में होने की सूचना के बाद सुरक्षा बल और वन विभाग की टीम को गांव भेजकर आरोपितों को पकड़ा है.