TOP – 10 अपराधियों की सूची में शामिल कुख्यात विक्रम सिंह को छपरा से गिरफ्तार
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गोपालगंज. जिला के टॉप-टेन अपराधियों में शुमार कुख्यात विक्रम सिंह को पुलिस ने छपरा से गिरफ्तार कर लिया है. विक्रम सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने नागालैंड निर्मित अवैध रायफल और गोली बरामद किए हैं. विजयीपुर थाने के सारूपाई टोला खापे के रहनेवाले नंदकिशोर सिंह के बेटे विक्रम सिंह पर रंगदारी, लूट, ऑर्म्स एक्ट के आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस को पिछले चार साल से इसकी तलाश थी.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि विक्रम सिंह के अपराध की प्रवृति को देखते हुए गोपालगंज पुलिस ने टॉप-टेन अपराधियों की सूची में उसे शामिल किया था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि विक्रम सिंह छपरा के परसा थाना क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए योजना बनाने पहुंचा है. तत्काल डीआइयू (जिला आसूचना इकाई) और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम को छापेमारी के लिए रवाना किया गया.
छपरा से हुई गिरफ्तारी
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि डीआईयू, एसटीएफ और विजयीपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कुख्यात विक्रम सिंह को छपरा से गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि कुख्यात अपराधी विजय सिंह गिरोह का सक्रिय सदस्य रहा है. पुलिस को लंबे समय से इसकी तलाश थी. उन्होंने बताया कि इसकी निशानदेही पर एक मकान में छापेमारी की गई और अवैध हथियार बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि इसके पहले 27 मार्च को पुलिस विक्रम सिंह के एक सहयोगी विशाल साह उर्फ विशाल खटिक को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
ठेकेदार से मांगी थी रंगदारी
एसपी ने बताया कि भोरे थाना क्षेत्र के कोरेया दीक्षित जगतौली के रहनेवाले ठेकेदार विजय कुमार दीक्षित द्वारा अहियापुर से मुसेहरी तक पक्की रोड का निर्माण कराया जा रहा था. इस दौरान उनसे रंगदारी की मांग की गई थी. विक्रम सिंह इस कांड में भी वांछित था और विजयीपुर थाने में 27 मार्च को मामला दर्ज किया गया था. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार विक्रम सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है. इसपर विजयीपुर थाने में 5 मामले दर्ज हैं, जबकि कटेया थाने में आर्म्स एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है. हाल के दिनों में एक सरकारी संवेदक से रंगदारी की मांग की गई थी. जिसकी प्राथमिकी विजयीपुर थाने में दर्ज की गई थी. इसके बाद से पुलिस टीम विक्रम सिंह की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी.
पुलिस टीम पुरस्कृत
टॉप-टेन अपराधियों की सूची में शामिल विक्रम सिंह की गिरफ्तारी के बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने पुलिस टीम की प्रशंसा की और 5 हजार रुपए का इनाम दिया. हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार, एसटीएफ इंस्पेक्टर सर्वेंद्र कुमार सिन्हा, विजयीपुर थानाध्यक्ष नागेंद्र सहनी, तकनीकी सेल के प्रभारी दिनेश कुमार यादव, पुलिस अधिकारी विकास कुमार, एसटीएफ के पुलिस अधिकारी शैलेंद्र कुमार, पिंटू कुमार, प्रकाश कुमार शर्मा, रुपेश कुमार, रामनारायण पासवान, प्रवीण कुमार, गुड्डू कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह पुलिस टीम में शामिल थे.