रायपुर। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व का पूरा फोकस छत्तीसगढ़ पर हैं। ऐेसे में आज छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के सीएम हाउस में चल रही बड़ी बैठक से साफ हैं कि पीसीसी चीफ के साथ ही खराब परफार्मेस वाले मंत्रियों को लेकर संगठन बड़ा निर्णय ले सकता हैं।
गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गयी हैं। ऐसे में प्रदेश में चल रही राजनीति को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए बड़े निर्णय लिये जा सकते हैं। कर्नाटक चुनाव के पहले से ही पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को बदलकर उन्हे अहम जवाबदारी दिये जाने की बात सामने आ रही थी। ऐसे में अब कयास लगाये जा रहे हैं कि आज के इस मैराथन बैठक में प्रदेश की राजनीति हालातों पर चर्चा के बाद बड़े निर्णय लिये जा सकते हैं। अंदर खाने की माने तो बस्तर से आने वाले पीसीसी चीफ मोहन मरकाम कद्दावर आदिवासी नेता हैं। ऐसे में बस्तर में आदिवासी वोटो को जुटाने के लिए मोहन मरकाम को मंत्रीमंडल में शामिल कर अहम जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। वही दूसरी तरफ प्रदेश में कई ऐसे मंत्री भी हैं जिनका परफार्मेंस अच्छा नही रहा और अक्सर वो विवादों में भी रहे। लिहाजा ऐसे मंत्रियों को साइड करते हुए अन्य जिम्मेदारी देकर जनता के बीच माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास भी किया जा सकता हैं।
गौरतलब हैं कि मुख्यमंत्री निवास में बैठक को काफी गोपनीय रखा गया है। सूत्र बताते हैं कि मीटिंग रूम में कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत के अलावे अन्य कोई नहीं है। वहीं बैठक में करीब डेढ़ घंटे तक मौजूद रहने के बाद रूद्र कुमार गुरू बैठक से बाहर निकल चुके हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बार फिर संगठन और मंत्रीमंडल में बड़ी फेरबदल के कयास तेज हो गये हैं।