पीएम मोदी ने आतंकियों को दी कड़ी चेतावनी, कहा- “तुम्हें इतनी बड़ी सजा मिलेगी जितनी तुम सोच भी नहीं सकते”
मधुबनी, बिहार (24 अप्रैल, 2025): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों और उनकी साजिश रचने वालों को सख्त चेतावनी दी है।

बिहार के मधुबनी में पंचायती राज दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।”पहलगाम हमले पर देश में शोकपहलगाम के बैसरण मीडोज में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। यह 2019 के बाद कश्मीर में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। पीएम मोदी ने इस हमले को “राष्ट्र के लिए शोक का क्षण” करार देते हुए कहा, “किसी ने बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने जीवनसाथी… पूरा देश इस दर्द में शरीक है।” उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और एक मिनट का मौन रखा।आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुखप्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा, “भारत हर आतंकी को ढूंढेगा, ट्रैक करेगा और सजा देगा।” उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के पीछे जो भी साजिशकर्ता हैं, उन्हें “कल्पना से परे सजा” दी जाएगी। पीएम के इस बयान को पाकिस्तान के लिए एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जिसे सोशल मीडिया पर कई लोगों ने “आतंकिस्तान को धमकी” करार दिया। शुभम शुक्ला नाम के एक यूजर ने लिखा, “ये सीधे-सीधे आतंकिस्तान को धमकी है। पाकिस्तान कभी पीएम के इन शब्दों को हल्के में नहीं लेगा। इसीलिए वहां हलचल मची हुई है।”जनता और नेताओं की प्रतिक्रियाहालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने पीएम के बयान की आलोचना भी की। एक यूजर ने लिखा, “पहले एक्शन करके भाषण देते तो बात बनती,” जबकि एक अन्य ने कहा, “सुरक्षा देना तो हो नहीं पा रहा, भाषणबाजी से क्या होगा?” कई लोगों ने इस हमले को सरकार की सुरक्षा विफलता करार दिया, क्योंकि पहलगाम जैसे पर्यटक स्थल पर हमले के समय पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद नहीं थे।देश में विरोध प्रदर्शनइस हमले के बाद देशभर में गुस्सा देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले और अन्य जगहों पर लोगों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी हमले की निंदा की और कहा कि मृतकों में उनके राज्य के लोग भी शामिल हैं।
मधुबनी, बिहार (24 अप्रैल, 2025): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों और उनकी साजिश रचने वालों को सख्त चेतावनी दी है। बिहार के मधुबनी में पंचायती राज दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।”पहलगाम हमले पर देश में शोकपहलगाम के बैसरण मीडोज में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। यह 2019 के बाद कश्मीर में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। पीएम मोदी ने इस हमले को “राष्ट्र के लिए शोक का क्षण” करार देते हुए कहा, “किसी ने बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने जीवनसाथी… पूरा देश इस दर्द में शरीक है।” उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और एक मिनट का मौन रखा।आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुखप्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा, “भारत हर आतंकी को ढूंढेगा, ट्रैक करेगा और सजा देगा।” उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के पीछे जो भी साजिशकर्ता हैं, उन्हें “कल्पना से परे सजा” दी जाएगी। पीएम के इस बयान को पाकिस्तान के लिए एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जिसे सोशल मीडिया पर कई लोगों ने “आतंकिस्तान को धमकी” करार दिया। शुभम शुक्ला नाम के एक यूजर ने लिखा, “ये सीधे-सीधे आतंकिस्तान को धमकी है। पाकिस्तान कभी पीएम के इन शब्दों को हल्के में नहीं लेगा। इसीलिए वहां हलचल मची हुई है।”जनता और नेताओं की प्रतिक्रियाहालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने पीएम के बयान की आलोचना भी की। एक यूजर ने लिखा, “पहले एक्शन करके भाषण देते तो बात बनती,” जबकि एक अन्य ने कहा, “सुरक्षा देना तो हो नहीं पा रहा, भाषणबाजी से क्या होगा?” कई लोगों ने इस हमले को सरकार की सुरक्षा विफलता करार दिया, क्योंकि पहलगाम जैसे पर्यटक स्थल पर हमले के समय पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद नहीं थे।देश में विरोध प्रदर्शनइस हमले के बाद देशभर में गुस्सा देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले और अन्य जगहों पर लोगों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी हमले की निंदा की और कहा कि मृतकों में उनके राज्य के लोग भी शामिल हैं।
सरकार की कार्रवाई हमले के बाद पीएम मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक बुलाई थी, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया गया। सरकार ने इस हमले के जवाब में भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को स्थगित करने और अटारी सीमा चौकी को बंद करने जैसे कदम उठाए हैं।इस हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग को वैश्विक मंच पर ला दिया है, और पीएम मोदी का यह बयान इस दिशा में एक मजबूत संदेश देता है।