पहलगाम आतंकी हमला: डॉ. कुमार विश्वास को आया गुस्सा, कहा- “पागल कुत्ते को गोली मारो”, सोशल मीडिया पर लोगों का फूटा गुस्सा
नई दिल्ली, 23 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया है। इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। हमले में आतंकियों ने हिंदुओं को निशाना बनाया, जिसमें इंदौर के सुशील नथानियल की भी जान चली गई। इस घटना के बाद मशहूर कवि और पूर्व राजनेता डॉ. कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसने लोगों का ध्यान खींचा है।
डॉ. कुमार विश्वास ने एक पुरानी कविता को दोबारा साझा करते हुए लिखा, “एक दशक पहले कहा था, फिर दोहरा रहा हूँ। आज समझो या कल, उपचार बस यही है… ‘देश बनाएँ या फिर अपने बेटों की लाशें ढोयें? इसी कश्मकश में हर जीती बाज़ी हारी जाती है। एक बात ये दिल्ली वाले आख़िर किस दिन समझेंगे? कुत्ता पागल हो जाए तो गोली मारी जाती है..!’
#PahalgamTerroristAttack”। इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वे एक मंच पर बोलते नजर आ रहे हैं।
कुमार विश्वास की इस कविता और बयान ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। कई यूजर्स ने उनके विचारों का समर्थन किया, तो कुछ ने इसे सख्त कदम उठाने की मांग के तौर पर देखा। एक यूजर, मोनिका शर्मा ने लिखा, “पहले नाम पूछा गया, जब ‘हिंदू’ सुना तो बेरहमी से गोलियाँ बरसाईं गईं… ये हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, हर उस हिंदू पर था, जो शांति की तलाश में है।” उन्होंने भगवद् गीता का एक उद्धरण भी साझा किया, जिसमें लिखा था, “आपने शांति के लिए सब कुछ किया, अब उन्हें वह युद्ध दो जो वे चाहते हैं।”
वहीं, एक अन्य यूजर प्रियंका सांकृत्य ने भगवद् गीता के एक श्लोक का हवाला देते हुए लिखा, “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत… परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्… अब बहुत हुआ।” कई लोगों ने इस हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए और सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की।
इस हमले की खबर के मुताबिक, आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और हिंदुओं को निशाना बनाया। अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुशील नथानियल ने अपनी पत्नी को बचाने के लिए आतंकियों के सामने खुद को खड़ा कर दिया, लेकिन आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। इस घटना ने देश में धार्मिक हिंसा को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है।
डॉ. कुमार विश्वास का यह बयान और उनकी कविता लोगों के गुस्से को दर्शा रही है। सोशल मीडिया पर लोग इस हमले को हिंदुओं पर हमले के तौर पर देख रहे हैं और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर देश में धार्मिक तनाव और सुरक्षा के सवालों को उजागर कर दिया है।