रायपुर में पूर्व बीजेपी पार्षद आकाश दुबे को 5 साल की सजा, 7 साल बाद आया कोर्ट का फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 7 साल पुराने एक जमीन विवाद मामले में बीजेपी के पूर्व पार्षद आकाश दुबे को कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उनके सहयोगी श्याम साहू को भी दोषी ठहराते हुए सजा दी है। मामला साल 2018 का है, जब आकाश दुबे ने सीमांकन के लिए पहुंचे राजस्व निरीक्षक के साथ मारपीट की थी।
क्या था मामला?
29 अगस्त 2018 को रायपुर के रिंग रोड नंबर-1 क्षेत्र में जमीन के सीमांकन के दौरान राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र चंद्राकर मौके पर पहुंचे थे। इसी दौरान आकाश दुबे से उनकी बहस हो गई। बहस के बाद दुबे ने निरीक्षक को थप्पड़ जड़ दिया और फिर बेसबॉल के बैट से पीटा। आरोप है कि दुबे ने उन्हें नक्सली क्षेत्र दंतेवाड़ा में ट्रांसफर कराने और जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस हमले में राजस्व निरीक्षक के हाथ में फ्रैक्चर आ गया था। घटना के कई प्रत्यक्षदर्शी गवाह भी मौजूद थे।
7 साल बाद आया कोर्ट का फैसला
करीब 7 साल तक चली सुनवाई के बाद रायपुर कोर्ट ने आकाश दुबे और श्याम साहू को दोषी मानते हुए पांच साल की सजा सुनाई है। मामले में आकाश दुबे ने खुद को झूठे केस में फंसाए जाने की बात कही थी, लेकिन वह इसके समर्थन में कोई सबूत नहीं दे सके।
दुबे की पत्नी वर्तमान में एमआईसी पार्षद
गौरतलब है कि आकाश दुबे की पत्नी सरिता दुबे वर्तमान में रायपुर नगर निगम के पं. सुंदरलाल शर्मा वार्ड-41 से पार्षद हैं। साथ ही वह मेयर मीनल चौबे की MIC (मेजर इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी) में महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रभारी भी हैं।
इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।