महावीर जयंती पर कवि डॉ. कुमार विश्वास की भावपूर्ण कविता: “जय महावीर, जय महावीर”

कुमार विश्वास: महावीर जयंती के पावन अवसर पर मशहूर कवि और लेखक डॉ. कुमार विश्वास ने अपने एक्स (X) अकाउंट पर एक भावपूर्ण कविता साझा की है, जिसमें उन्होंने भगवान महावीर के जीवन-दर्शन और अहिंसा के संदेश को बेहद खूबसूरती से व्यक्त किया है। इस पोस्ट में उन्होंने महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए एक प्रेरणादायी संदेश भी दिया।
https://x.com/DrKumarVishwas/status/1910161983384543563?t=ewjh3ryo7g_OH8wFtSmcrw&s=19
डॉ. कुमार विश्वास ने अपनी कविता में लिखा:
“महावीर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान महावीर जी का जीवन-दर्शन सभी के लिए प्रेरणादायी है। दिगम्बर अहिंसा के संदेश-वाहक भगवान महावीर जी की प्रासंगिकता यही है कि ‘महावीर’ होने से पहले आपको ‘वीर’ होना पड़ता है।”
इसके साथ ही उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेशों को याद किया:
“जो पर-पीड़ा मन में धारे, वह नयन नीर हो जाएगा
जो नैनों की भाषा समझा, अनकही पीर हो जाएगा
जो जीवन के व्यामोह मोह को, तज कर दृग गंगाजल से
तन-मन को तीर्थ बना लेगा, वो महावीर हो जाएगा…”
इस पोस्ट में एक तस्वीर भी साझा की गई है, जिसमें डॉ. कुमार विश्वास मंच पर पारंपरिक परिधान में एक कविता पाठ करते नजर आ रहे हैं। तस्वीर में उनके पीछे भगवान महावीर की छवि और मंच की सजावट इस अवसर की गरिमा को और बढ़ा रही है।
डॉ. विश्वास की इस पोस्ट को उनके प्रशंसकों ने खूब सराहा है। कई लोगों ने कमेंट्स में उनकी कविता की तारीफ की और महावीर जयंती की शुभकामनाएं दीं। एक यूजर प्रियंका सांकृत्य ने लिखा, “बिल्कुल सही कहा सर, दूसरों का दर्द और पीड़ा समझे और उसके निवारण के लिए प्रयासरत रहे, यही मनुष्यता है।” वहीं, कुछ यूजर्स ने इस अवसर पर अहिंसा और जैन धर्म के सिद्धांतों पर भी चर्चा की।
महावीर जयंती जैन समुदाय का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान महावीर के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे, जिन्होंने अहिंसा, सत्य और त्याग के सिद्धांतों को विश्व भर में फैलाया। डॉ. कुमार विश्वास की यह कविता न केवल उनके काव्य कौशल को दर्शाती है, बल्कि भगवान महावीर के संदेश को एक नए रूप में लोगों तक पहुंचाने का एक सुंदर प्रयास भी है।
जय महावीर, जय महावीर!
आप सभी को महावीर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!