छत्तीसगढ़ में गूंजे अपने-अपने राम: डॉ. कुमार विश्वास ने बांधा समां, हजारों श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

दंतेवाड़ा, 5 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आयोजित “अपने-अपने राम” ऊर्जा सत्र में मशहूर कवि और प्रेरक वक्ता डॉ. कुमार विश्वास ने अपनी मखमली आवाज और गहरे विचारों से हजारों श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस खास आयोजन में शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों से लेकर आम जनमानस तक ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिसने पूरे सत्र को यादगार बना दिया।
डॉ. कुमार विश्वास ने अपने संबोधन में भगवान श्रीराम के जीवन और उनके आदर्शों को आधुनिक संदर्भ में पेश किया। उन्होंने रामायण की शिक्षाओं को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए जीवन, करियर, और भावनाओं के संतुलन पर गहरी बातें कहीं। मंच पर उनकी पारंपरिक वेशभूषा, जिसे @AbsolutoTDS ने डिजाइन किया था, ने भी सभी का ध्यान आकर्षित किया।
आयोजन के दौरान डॉ. विश्वास को सम्मानित किया गया, जिसमें उन्हें एक पारंपरिक पगड़ी पहनाई गई और एक पुरस्कार से नवाजा गया। मंच पर मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस सत्र की सराहना की। सत्र में मौजूद हजारों की भीड़ ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ अपनी खुशी और उत्साह का इजहार किया।
डॉ. विश्वास ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इस आयोजन के लिए भगवान श्रीराम और सभी श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “हमारे आराध्य प्रभु श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आयोजित अपने-अपने राम ऊर्जा-सत्र में शासन-प्रशासन के महनीय साथियों से लेकर हजारों की संख्या में उपस्थित सामान्य जनमानस की उत्साहित उपस्थिति ने पूरे सत्र की सार्थकता को चिर-स्मरणीय बना दिया। इस सुंदर सुयोग के लिए हमारे राघवेंद्र सरकार के चरणों में कृतज्ञ प्रणाम के साथ-साथ आप सभी श्रोताओं का अनंत आभार। ”
सोशल मीडिया पर इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। प्रशंसकों ने डॉ. विश्वास की तारीफ करते हुए इसे एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक सत्र बताया। एक यूजर ने लिखा, “सच में भावपूर्ण और प्रेरणादायक सत्र रहा, जय श्रीराम ,” जबकि एक अन्य ने कहा, “कुमार विश्वास जी आपके चेहरे पर अलग ही चमक है, कितना मनमोहक व्यक्तित्व है आपका। ”
यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव था, बल्कि युवाओं के लिए जीवन के मूल्यों को समझने का एक अनूठा अवसर भी साबित हुआ। डॉ. कुमार विश्वास ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे न सिर्फ एक कवि हैं, बल्कि एक ऐसे प्रेरक वक्ता भी हैं, जो अपनी बातों से लोगों के दिलों को छू सकते हैं।
जय श्रीराम!