150 किलो सिंदूर से तैयार की गई माता की मूरत, अनोखी प्रतिमा स्थापित करने न्यू आजाद दुर्गोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं पार्षद दीपक जायसवाल ने किया नवाचार
रायपुर : शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर राजधानी रायपुर के शहीद चूड़ामणि वॉर्ड क्रमांक 38 अंतर्गत आमापारा में विराजमान 150 किलो सिंदूर से तैयार की गई माता दुर्गा की मूर्ति मुख्य आकर्षण का केंद्र बन रही है। अपने आप में यह अनोखी प्रतिमा लोगों को काफी पसंद आ रही है। खास बात यह है कि मूर्ति के निर्माण में मिट्टी का प्रयोग नहीं हुआ है, बल्कि सिर्फ पैरे एवं सिंदूर का प्रयोग कर इसे तैयार किया गया है।
बता दें न्यू आजाद दुर्गोत्सव समिति द्वारा हर साल माता की मूर्ति में नवाचार देखने को मिलता है। पिछले साल कच्ची हल्दी से निर्मित माता की प्रतिमा स्थापित की गई थी। न्यू आजाद दुर्गोत्सव समिति का यह 47वां वर्ष है।
न्यू आजाद दुर्गोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं शहीद चूड़ामणि नायक वॉर्ड क्रमांक 38 के पार्षद दीपक जायसवाल ने बताया अपने आप में अनोखी प्रतिमा को मूर्तिकार सुरेश प्रजापति ने तैयार किया है, 10 फीट ऊंची इस प्रतिमा को तैयार करने में एक महीने से अधिक का समय लग गया। समिति सदस्यों ने बताया कि पूजन सामग्री में प्रयुक्त होने वाली चीजों से ही प्रतिमा निर्माण का विचार आया। पिछले वर्ष इसके लिए हल्दी का प्रयोग किया गया था। इस बार सिंदूर को चुना।