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81 वर्षीय रेडियो सेंसेशन प्रेजेंटर अमीन सयानी का निधन, जब अमीन सयानी ने तोड़ा था बिग बी का सपना, ऑडिशन लेने का नहीं था टाइम

Ameen Sayani Untold Stories: “नमस्कार भाईयों और बहनो, मैं आपका दोस्त अमीन सयानी बोल रहा हूं,” यह पढ़कर कुछ याद आया. जी हां, हम आज पॉपुलर रेडियो सेंसेशन प्रेजेंटर अमीन सयानी के बारे में बात कर रहे हैं. बता दें कि, रेडियो की आवाज अमीन सयानी का बीते दिन यानी मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया है. इस खबर ने उनके सभी फैंस को झकझोर कर रख दिया है. अमीन ने अपनी आवाज से कई लोगों का दिल जीता है और उनके देश भर में फैंस हैं. एक समय पर उनकी इतनी बड़ी शक्सीयत थी कि, उनके पास बिग बी अमिताभ बच्चन के लिए भी समय नहीं था.

मल्टी टैलेंटेड रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी, जो अपने नए शो ‘सितारों की जवानियां’ के साथ रेडियो पर वापस आए हैं, ने खुलासा किया है कि उनके पास बिग बी से मिलने का समय नहीं था क्योंकि अभिनेता ने वॉयस ऑडिशन के लिए अपॉइंटमेंट नहीं लिया था. अमीन ने इंटरव्यू में कहा, “यह 60 के दशक की बात है जब मैं एक हफ्ते में 20 शो करता था, दिन का ज्यादातर समय साउंड स्टूडियो में बंद रहता था क्योंकि मैं रेडियो प्रोग्रामिंग की हर प्रोसेस में शामिल था. एक दिन, अमिताभ बच्चन नाम का एक युवक वॉयस ऑडिशन के लिए बिना अपॉइंटमेंट के चला आया.” अमीन ने आगे कहा, “मेरे पास इस दुबले-पतले आदमी के लिए एक सेकंड भी नहीं था. वह इंतजार करता रहा और चला गया और कुछ बार और वापस आया. लेकिन मैं उन्हें देख नहीं सका और अपने रिसेप्शनिस्ट के माध्यम से उन्हें समय लेने और आने के लिए कहता रहा. ”

81 वर्षीय सयानी को बाद में पता चला कि यह ‘शोले’ स्टार ही थे जो ऑडिशन के लिए उनके ऑफिस में आते थे.

जब सयानी ने ‘आनंद’ (1971) देखी, जिसमें बच्चन ने एक ट्रायल शो में राजेश खन्ना के साथ अभिनय किया था, तो वह बिग बी की पर्सनैलिटी और आवाज से इंप्रेस हो गए थे, बिना यह जाने कि वह वही व्यक्ति थे जो ऑडिशन के लिए आए थे.“बच्चन एक पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आए थे और उन्होंने अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे में बात की जब वह तीन बार रेडियो स्टेशन गए थे और उन्हें ऑडिशन के लिए बैठने की भी अनुमति नहीं दी गई थी. ये सुनकर मैं हैरान रह गया. बाद में, जब मैंने उनका इंटरव्यू लिया तो हमने इस बारे में विस्तार से बात की और इस पर हंसे. ”

अमीन सयानी कौन थे?

देश भर के आकर्षक लिविंग रूम में पुराने रेडियो सेटों से निकलने वाली उनकी आवाज से लगभग हर कोई परिचित है. उनको लोकप्रियता तब मिली जब ऑल इंडिया रेडियो ने बॉलीवुड गानों के प्रसारण करना शुरू कर दिया, जिससे वह सरल हिंदी भाषा को बढ़ावा देने का एक स्टेज बन गया, जो पूरे भारत में दर्शकों के बीच गूंजता रहा.

अमीन सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 को मुंबई में हुआ था. साहित्य में गहरी रुचि रखने वाले परिवार में जन्मे अमीन सयानी ने रहबर नाम से एक समाचार पत्र प्रकाशित किया था और उनके भाई प्रसिद्ध अंग्रेजी प्रसारक हामिद सयानी थे. उन्होंने ‘गीतमाला’ के से बहुत पॉपुलैरिटी हासिल की, जो एक शानदार शो था जो पहली बार दिसंबर 1952 में टेलिकास्ट हुआ था. वह शुरू में एक अंग्रेजी प्रसारक थे लेकिन बाद में स्वतंत्रता के बाद हिंदी में शिफ्ट हो गए. उन्होंने ‘गीतमाला’ के निर्माण से अपार लोकप्रियता हासिल की, जो एक अभूतपूर्व शो था जो पहली बार दिसंबर 1952 में प्रसारित हुआ था. यह शो, जिसमें चार्ट-टॉपिंग हिट शामिल थे.

अमीन सयानी ने प्रतिष्ठित गीतमाला के बारे में 
बिनाका गीतमाला, शुरू में 30 मिनट का शो था, जो 1952 में आसमान छू गया और दशकों तक कायम रहा, बिनाका गीतमाला, हिट परेड और सिबाका गीतमाला जैसे नाम बदल हुए.  सयानी की ‘गीतमाला’ न केवल एक म्यूजिकल प्रेजेंस थी, बल्कि उभरते संगीत के बारे में उनकी गहरी समझ को भी दिखाती थी. शो की सफलता ने एक रेडियो उस्ताद के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत कर दिया. यह 1952 से 1994 तक चला, इसके बाद 2000-2001 में यह शो फिर आया.

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