जन शिक्षण संस्थान रायपुर कार्यालय में अध्यक्ष ठाकुर राम सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया गया प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ

रायपुर : भारत सरकार की सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, वित्त तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता तीनों मंत्रालयों की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का विधिवत शुभारम्भ जन शिक्षण संस्थान रायपुर कार्यालय में राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद नई दिल्ली के सलाहकार मंडल के आर.के. सूरा, मोनिशा चौहान एवं जन शिक्षण संस्थान रायपुर के अध्यक्ष ठाकुर राम सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अतुल सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य साक्षरता मिशन के सहायक संचालक प्रशांत पाण्डेय, जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के निदेशक मूसा सिद्दीकी की विशेष उपस्थिति रहीं। इस कार्यक्रम में जन शिक्षण संस्थान रायपुर के समस्त स्टाफ के साथ योजना के अंतर्गत रायपुर जिले के टेलरिंग के लगभग 150 उम्मीदवार भी शामिल हुए।
निदेशक अतुल सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करने के पश्चात् अपने उद्बोधन में आये हुए रायपुर जिले के सभी हितग्राहियोको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तार से बताया कि यह प्रशिक्षण उन सभी हितग्राहियो के लिए हैं जो वर्तमान में अपना छोटा मोटा व्यवसाय इस योजना के अंतर्गत 18 व्यवसायों जैसे- दर्जी, सुनार, लोहार, नाई इत्यादि को इसका लाभ मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत 5 दिवस प्रशिक्षण के लिए आना होगा जो प्रतिदिन 8 घंटे की होगी और ट्रेनिंग के साथ ही 500 रुपये प्रतिदिन का स्टाइपेंड दिया दिया जायेगा। साथ ही उन्हें 15,000 रुपये की अतिरिक्त राशि मुहैया कराया जायेगा जिससे वे अपने व्यवसाय के लिए टूलकिट क्रय कर सकते हैं, इसके अलावा ट्रेनिग पूरी होने पर विश्वकर्मा सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जायेगा जिसके पश्चात् वे अपने व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए बैंक से ऋण लेने के लिए पात्र हो जायेंगे। व्यवसाय स्थापित करने के लिए प्रथम चरण में 1 लाख रूपये की राशि 5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर उन्हें उपलब्ध होगा, तत्पश्चात द्वितीय चरण की एडवांस ट्रेनिंग कर पाएंगे जिसके अंतर्गत 2 लाख रूपये की राशि 5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर उन्हें उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद नई दिल्ली द्वारा 360 हितग्राहियों का डाटा टेलरिंग के अंतर्गत प्राप्त हुआ है जिसकी प्रथम चरण की समीक्षा के उपरांत प्रशिक्षण 1 फरवरी प्रारम्भ कर दिया जावेगा।
सूरा ने अपने जन शिक्षण संस्थान निदेशालय के कार्यकाल के दौरान अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जन शिक्षण संस्थान योजनाअंतर्गत टेलरिग में प्रशिक्षित हमारी माताओं एवं बहनों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात् अपने स्वयं के व्यवसाय प्रारम्भ करने के अवसर एवं उनके दिक्क्तों को ध्यान में रखते हुए बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के आने से उन सभी लोगों को लाभ मिलेगा जिन्होंने प्रशिक्षण करने के पश्चात अपनी व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए कदम उठा लिया है। साथ ही उन्होंने अंतर्गत 18 व्यवसायो को शामिल किया गया हैं जिसके अंतर्गत दर्जी, नाई, सुनार, लोहार इत्यादि को लाभ मिलेगा।
ठाकुर राम सिंह ने आये हुए दर्जी कौशल से जुड़े सभी महिलाओं से कहा कि यह सदी आप लोगों की हैं, जिसमे आगे बढ़ने की कोई सीमा नहीं है, आपके कौशल ही आपको आकाश की उचाईयों तक ले जा सकते हैं। इस योजना के माध्यम से आप अपनी हुनर से खुद का व्यवसाय स्थापित करने में मदद मिलेगी। साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी आपके इस स्वरोजगार से रोजगार प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने आगे बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में टेलरिंग ट्रेड से संबंधित नवीन कौशल, व्यवसाय को स्थापित करने, बैंक से ऋण लेने, तथा अपने व्यवसाय की मार्केटिंग कैसे करनी है इत्यादि की जानकारी दिया जायेगा।
प्रशांत पाण्डेय ने जन शिक्षण संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था पिछले 20 से अधिक वर्षों से अविभाजित रायपुर जिले में कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। इस संस्था के साथ में पिछले 15 से अधिक वर्षों से जुड़ा हूँ। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से हमारे देश की माताएं एवं बहनें सशक्त होंगी। प्रशिक्षण का लाभ देर सबेर जरूर मिलता हैं। आज आप सभी को इस योजना के माध्यम से अपना स्वयं का सेटप तैयार करने का अवसर मिल रहा हैं।
इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान रायपुर के अधिकारीगण गायत्री श्रीवास्तव, नंकेश्वर, महेश सिंह, नीतांजलि दलाल, अदिति नाग, प्रशिक्षिका रज़िया बानो, हर्षा बागड़ी, सहायक सुनील और संतोष और हितग्राही उपस्थित हुए।