दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, इस कारण से बेहद ही नाराज चल रहे थे
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रायपुर: प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद अब राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। कांग्रेस की हार के बाद अब नेताओं पार्टी से बिछड़ते हुए दिखाई दे रहे है। इसी बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस नेता महंत राम सुंदर दास कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
जानकारी के अनुसार, महंत राम सुंदर दास रायपुर दक्षिण से विधायक बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़े थे। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जिससे वे बेहद ही नाराज चल रहे थे। इस वजह से उन्होंने आज इस्तीफा दे दिया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज को अपना त्यागपत्र सौंपा दिया है।
महंत रामसुंदर दास शिवरीनारायण मंदिर के मठाधीश है। रायपुर के ऐतिहासिक दूधाधारी मठ में उन्होंने बाल्यकाल से ही रहकर पढ़ाई की थी। यहां के महंत वैष्णव दास के देहांत के बाद मठ के उतराधिकारी बने। उसके अलावा उनका पेशा कृषि है। वह पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रहे। 2003 में पामगढ़ विधानसभा से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। फिर 2008 में जैजैपुर विधानसभा से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिलीप षडंगी ने इस्तीफा दिया था। दिलीप षडंगी, छत्तीसगढ़ के फेमस लोक गायक हैं। षडंगी ने राज्य के कलाकारों से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी है। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा- ‘कई सालों पहले अपनी नौकरी छोड़कर कांग्रेस में आया था। कलाकारों की सेवा और कलाकारों के माध्यम से कांग्रेस की सेवा करने के लिए आया था, लेकिन निवेदन करने पर उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला।’ इसलिए वे कांग्रेस से इस्तीफा दिया है।