अजित पवार CM बनने जा रहे हैं, एकनाथ शिंदे से छिन जाएगी सीएम की गद्दी
मुंबई. सूत्रों ने दावा किया कि एनसीपी के 53 विधायकों में से 36 नए उपमुख्यमंत्री अजित पवार का पूरी मजबूती से समर्थन कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि पटना में हाल में हुई विपक्ष की बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और उनके समर्थक खफा थे.
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार का दिन बड़ा उथलपुथल वाला रहा, जहां शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को उस समय फूट का सामना करना पड़ा, जब उनके भतीजे अजित पवार सहित पार्टी के नौ विधायक एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए. इनमें शरद पवार के वफादार कहलाने वाले छगन भुजबल और दिलीप वालसे पाटिल भी शामिल हैं. अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
एनसीपी के नवनियुक्त मंत्री मुंबई में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार के आवास पर बैठक के लिए पहुंचे हैं. 2 जुलाई को महाराष्ट्र में अजित पवार और अन्य पार्टी नेताओं के एनडीए कैबिनेट में शामिल होने के बाद कुल 9 एनसीपी नेताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली थी.
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर सांसद संजय राउत ने कहा, ‘ये तो कभी ना कभी होने ही वाला था. भाजपा पूरे देश में जिस तरह की राजनीति करने वाली है, वो कर ले. शिवसेना को तोड़ दिया है, NCP को भी तोड़ दिया. कुछ लोग बोल रहे थे कि कांग्रेस को भी तोड़ने वाले हैं. मगर इससे भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा. महाराष्ट्र के लोग गुस्से में हैं और हम लड़ने के लिए तैयार हैं. हम सभी मिलकर लड़ने वाले हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘आज मैं कैमरे के सामने कह रहा हूं, महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बदलने वाला है, एकनाथ शिंदे को हटाया जा रहा है… अजीत पवार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.’