आप प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने साधा निशाना, अरविंद केजरीवाल की महारैली से डरी भूपेश सरकार
रायपुर: 2 जुलाई को आम आमदी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान की महारैली को लेकर भूपेश सरकार घबरा गई है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि भूपेश सरकार ने महारैली से पहले पार्टी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल को 5 साल पुराने केस में पुलिस से गिरफ्तार करवा कर जेल भेज दिया गया। भूपेश सरकार अब चुनाव में हार को देखते हुए आम आदमी पार्टी के नेताओं को फर्जी मामले में गिरफ्तार करवा रही है।
कोमल हुपेंडी ने कहा, आम आमदी पार्टी की बढ़ती ताकत और लोकप्रियता के कारण भूपेश सरकार ने षड्यंत्रपूर्वक हमारे पार्टी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा, जिसकी हम निंदा करते हैं। भूपेश सरकार की पुलिस की यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। सीएम भूपेश बघेल को पता है कि 2 जुलाई को अरविंद केजरीवाल की महारैली होने वाली है। लेकिन मैं सीएम भूपेश बघेल को बता देना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी का जन्म ही आंदोलन से हुआ है। इस तरह की कार्रवाई से हम डरने वाले नहीं हैं, बल्कि दोगुनी गति के साथ पार्टी के क्रांतिकारी कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल की महारैली को सफल बनाएंगे।
कोमल हुपेंडी ने कहा कि पूरी की पूरी कांग्रेस अरविंद केजरीवाल की होने वाली महारैली से डर गई है, इसीलिए बिना किसी कारण के हमारे नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया जा रहा है। पुलिसिया कार्रवाई के जरिए हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं है। कांग्रेस सरकार को यह अभास हो गया है कि अरविंद केजरीवाल के सामने टिक पाना मुश्किल है, इसलिए कांग्रेस हमें डराने के लिए तुच्छ राजनीति कर रही है। लेकिन कांग्रेस यह जान ले कि आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत और ऐतिहासिक सरकार बनाएगी। कांग्रेस की भूपेश सरकार का अंहकार जल्द टूटने वाला है।
कोमल हुपेंडी ने कहा, भूपेश सरकार की पुलिस रायपुर समेत पूरे प्रदेश में हत्या, बलात्कार के प्रकरणों में गिरफ्तारी नहीं कर पा रही है। भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। लेकिन राजनीतिक दबाव में ‘आप’ नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस फर्जी मामले में पुलिस ने कांग्रेस नेता सौरभ निरवानी को क्यों नहीं गिरफ्तार किया, क्योंकि सौरभ निरवानी आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। वहीं इसी मामले में संकेत ठाकुर की भी गिरफ्तारी नहीं है, क्यों वह आम आदमी पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसे में इस तरह की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है।