बिना रायल्टी के रेत बेचकर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं रेत माफिया

रायपुर : आम आदमी पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने प्रदेशभर में गैरकानूनी तरीके से धड़ल्ले से चल रहा रेत का अवैध अवैध खनन को लेकर भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। सूरज उपाध्याय ने कहा, प्रदेश में रेत का अवैध उत्खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। नदियों की रेतघाटों में अवैध उत्खनन का कार्य जोरों पर है। रेत माफियाओं को प्रशासन और खनिज विभाग ने खुली छूट दे रखी है। बिना रायल्टी के रेत बेचकर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। मगर खनिज उड़नदस्ता के द्वारा कभी कभार परिवहन में लगे वाहनों को जब्त कर कार्रवाई की औपचारिकता निभाई दी जाती है। जबकि रेत घाटों में उत्खनन में लगे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी महानदी में हर दूसरे किलोमीटर पर रेत निकालने के लिए माफिया बीचो-बीच खुदाई कर रहे हैं। रेत माफियाओं ने नदी के अंदर मशीनें लगा दी हैं। लापरवाही का आलम यह है कि लोगों और ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी खनिज विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इससे साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि कांग्रेस नेताओं जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सांठगांठ से रेत माफिया अपना पैर पसार रहा है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी खामोश हैं इससे रेत माफियाओं का हौसला बुलंद हो रहा है इसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है
सूरज उपाध्याय ने कहा कि सूरज उपाध्याय ने कहा, जैसे-जैसे मानसून आने का समय नजदीक आते जा रहा है, वैसे ही प्रदेश के नदी-नालों में अवैध रेत खनन की गतिविधियां बढ़ती जा रही है। इससे पहले रेत माफिया रेत डंप करने में लगे हुए हैं। इसलिए दिन-रात उत्खनन जारी है। उन्होंने कहा, भीषण गर्मी में इस साल मैनपुर क्षेत्र की प्रमुख नदियां उदंती, इंद्रावन, पैरी, सोंढुर सूख गई हैं। रेत माफियाओं की वजह से सिर्फ अब रेत ही रेत नजर आने लगा है। लोगों के सामने जल की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। नदी में वन प्राणियों और मवेशियों के सामने पीने के पानी को लेकर विकट संकट उत्पन्न हो गई है।
उपाध्याय ने कहा, रेत माफिया अपने सुविधानुसार नदियों से रेत निकाल रहे हैं, जिससे नदियों का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। नेताओं के संरक्षण में खुलेआम हो रहे रेत उत्खनन पर राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि रेत उत्खनन खनिज विभाग के अधिकारियों के सह पर हो रहा है। प्रदेशभर के जिलों में नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है। डैम का पानी निकालकर अवैध तरीके से रेत का खनन और परिवहन किया जा रहा है। बीजेपी भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस से मीलों आगे निकल चुकी है। जिस भी गांव में रेत उत्खनन और परिवहन हो रहा है, उससे संबंधित गांव को न पता हो, ऐसा नहीं हो सकता है।
उपाध्याय ने कहा, रेत उत्खनन के लिए कई नियम बने हैं, लेकिन लीज होल्डर उत्खनन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में एक भी खदान ऐसी नहीं है जिस पर खनिज विभाग ने कार्रवाई की है। सभी खदानों में लीज संबंधी विवरण की जानकारी लगाना अनिवार्य है, लेकिन प्रदेश के किसी खदान में लीज संबंधी विवरण की जानकारी नहीं है। साथ ही खदान में कैमरा भी लगाना है अनिवार्य है, लेकिन किसी भी खदान में कैमरा नहीं लगाया गया है।