पुणे पुलिस का तीर्थयात्रियों पर लाठीचार्ज, वीडियो हुआ VIRAL
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महाराष्ट्र. रविवार को पुणे में पुलिस की ओर से वारकरी तीर्थयात्रियों पर कथित रूप से लाठीचार्ज (Lathi Charge on Warkari Pilgrims) का आरोप विपक्ष ने लगाया है. विपक्ष ने शिंदे-फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है. बता दें कि वारकरी तीर्थयात्री भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले भगवान विठ्ठल के भक्तों को कहा जाता है.
फडणवीसांचा वारकऱ्यांवरील राग समजू शकतो. परंतु अशा प्रकारे वारकऱ्यांवरती लाठी हल्ला करणे शोभत नाही. महाराष्ट्राच्या अस्मिता पंढरीचा विठ्ठल व त्याचे वारकरी आहेत त्यांच्यावरती हात उचलुन काळीमा फासणारी घटना आज त्यांनी केलेली आहे.. #pandharpurwari pic.twitter.com/ABFn75XBgp
— Hemant Ogale (@hemantogale) June 11, 2023
पुलिस ने रोकने की कोशिश की, तो विवाद हुआ-
घटना के बाद विपक्षी दलों ने दावा किया कि पुलिस ने वारकरियों पर लाठीचार्ज (Lathi Charge on Warkari Pilgrims) किया और उच्च स्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की. पिंपरी चिंचवाड़ के आयुक्त विनय कुमार चौबे ने कहा कि पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मंदिर के न्यासियों के साथ विस्तृत व्यवस्था की थी और बैठकें की थीं. उन्होंने कहा कि जब पुलिस एक समय में 75 श्रद्धालुओं के जत्थे भेज रही थी, तब कुछ लोगों ने बेरिकेड्स तोड़ दिए और मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की. पुलिस की ओर से वारकरियों पर लाठीचार्ज करने के आरोपों को खारिज करते हुए चौबे ने कहा कि जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो विवाद हो गया.
वार्षिकोत्सव पर धब्बा- सुप्रिया सुले-
मामले को लेकर एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे वार्षिक उत्सव पर धब्बा बताया। सुप्रिया सुले ने कहा कि वारकरियों पर लाठीचार्ज की घटना के लिए मैं (राज्य) सरकार की निंदा करती हूं. इतने सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ. तीर्थयात्रा (पंढरपुर के लिए) पिछले कुछ सदियों से एक परंपरा रही है और प्रशासन के कुप्रबंधन ने इस वार्षिक उत्सव पर एक धब्बा लगा दिया है.
हिंदुत्व सरकार के ढोंग का पर्दाफाश- संजय राउत-
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने ट्वीट करते हुए कहा कि “ओह ओह..हिंदुत्ववादी सरकार के ढोंग का पर्दाफाश हो गया है. मुखौटे गिर गए. औरंगज़ेब अलग क्या था? मुगलों ने महाराष्ट्र में पुनर्जन्म लिया है.”