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उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस ने दाखिल की पहली चार्जशीट

उतर प्रदेश. 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद से अब तक इस हत्या मामले में आठ आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान सौलत हनीफ को भी पुलिस आरोपी बना चुकी है। इस तरह से मौजूदा समय में इस मामले में कुल नौ लोग नैनी जेल में निरुद्ध हैं।

विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस ने पहली चार्जशीट शुक्रवार को दायर कर दी। पहली चार्जशीट में सिर्फ एक आरोपी सदाकत खां के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है। अन्य आरोपियों के नाम का उल्लेख इसमें नहीं है। माना जा रहा है कि कुछ दिन के भीतर अन्य आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस चार्जशीट दाखिल कर सकती है। पुलिस के पास अभी 25 दिन का समय है। हत्याकांड में शामिल माफिया अतीक, अशरफ और असद के साथ ही गुलाम हसन, अरबाज, उस्मान चौधरी की मौत हो चुकी है।

24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद से अब तक इस हत्या मामले में आठ आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान सौलत हनीफ को भी पुलिस आरोपी बना चुकी है। इस तरह से मौजूदा समय में इस मामले में कुल नौ लोग नैनी जेल में निरुद्ध हैं।

प्रकरण में पहली गिरफ्तारी 27 फरवरी को हुई थी। पुलिस ने मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से सदाकत खान को अवैध असलहा के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद 21 मार्च को अतीक अहमद के नौकर राकेश उर्फ लाला, ड्राइवर कैश अलावा हत्याकांड में रेकी करने वाले अख्तर कटरा, मो. सजद व नियाज अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

हत्याकांड में एक और गिरफ्तारी एक अप्रैल को हुई जब एसटीएफ ने अतीक के नौकर शारुप उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया। चार अप्रैल को अतीक के बहनोई डॉ. अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 27 अप्रैल को उमेश पाल हत्याकांड में खान सौलत हनीफ की रिमांड बनवाई गई। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जेल में निरुद्ध सभी नौ आरोपियों की हत्याकांड में संलिप्तता के पर्याप्त सबूत पुलिस जुटा चुकी है।

किसकी क्या है भूमिका-
-सदाकत खान- साजिशकर्ता, जेल में साजिश रचे जाने के दौरान मौजूद।
-राकेश, कैश, सजद, नियाज, अख्तर कटरा- रेकी, उमेश की लोकेशन देना और हथियार व कैश ठिकाने लगाना।
-शारुप उर्फ शाहरुख- हत्या में प्रयुक्त राइफल शूटरों के घर से निकलने से पहले क्रेटा में रखना, शाइस्ता से पांच लाख रुपये लेकर शूटर अरमान के भाई को पहुंचाना।
-अखलाक- शूटर गुड्डू मुस्लिम को शरण देना और घटना की साजिश में शामिल होना।
-खान सौलत हनीफ- साजिश में शामिल होना और उमेश की लोकेशन देना।
-इनकी निशानदेही पर अतीक के चकिया स्थित कार्यालय से 72.73 लाख नकद व 10 असलहे बरामद किए गए।
-जांच में यह बात सामने आई थी कि सदाकत इस हत्याकांड की साजिश में शामिल रहा है।

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